राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से नाकारा और निकम्मा शब्द सुनाइ दिया। लेकिन इस बार यह नकारा और निकम्मा भजनलाल सरकार के लिए था। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजन लाल सरकार को नाकारा और निकम्मा बताया है। अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में पेयजल संकट अहंकार भ्रष्टाचार हो रहा है काम नहीं हो रहे हैं। सरकार किस दिशा में जा रही है यह किसी को नहीं पता। प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट के साथ विधायक प्रशिक्षण शिविर के लिए गुजरात में है। सरकार को सत्ता में आए डेढ़ साल हो गए और अब प्रशिक्षण के लिए गए हो। इसका मतलब तो यह हुआ कि डेढ़ साल तक आपकी सरकार निकम्मी साबित हुई और नाकारा रही कुछ भी काम नहीं किया। अशोक गहलोत ने भजनलाल शर्मा पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री को बताना चाहता हूं कि मेरा मानसिक संतुलन नहीं बिगड़ा है और मैं बिल्कुल ठीक हूं। मैं अभी 100 साल तक जीना चाहता हूं और प्रदेश की सेवा करना चाहता हूं। गहलोत ने कहा कि मेरी आलोचना के साथ सलाह भी होती है समझने वाला समझता है।
गहलोत बोले- 100 साल जिंदा रहना चाहता हूं राजस्थान की सेवा करने के लिए
हाल ही में मुख्यमंत्री भजनराज शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए कहा था कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है जिस पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा मुख्यमंत्री ने कहा है कि मेरे मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, मेरा कोई मानसिक संतुलन नहीं बिगड़ा है, मैं मुख्यमंत्री को और प्रधानमंत्री मोदी को विश्वास दिलाता हूं मेरा मानसिक संतुलन बिल्कुल नहीं बिगड़ा है, बल्कि, गांधी जी ने तो कहा था कि मैं 125 साल जिंदा रहना चाहता हूं, गांधी जी ने कहा था मैं 125 साल जिंदा रहना चाहता हूं सेवा करने के लिए, और मैं कह रहा हूं मैं कम से कम 100 साल जिंदा रहना चाहता हूं राजस्थान प्रदेशवासियों की सेवा करने के लिए। जिसकी भावना इतनी बड़ी हो कि मुझे सौ साल तक सेवा करनी है उसका मानसिक संतुलन हमेशा कायम रहेगा ये मेरा कहना है मुख्यमंत्री भजनलाल को। गहलोत ने कहा मेरी आलोचना जो है वो आलोचना के साथ साथ सलाह भी होती है। मेरा अपना अनुभव है तो मेरी ड्यूटी बनती है कि मैं चाहे सत्ता पक्ष हो चाहे विपक्ष हो, अगर मैं बात कहूं खाली आलोचना करने के लिए नहीं कहूं बल्कि उसमें सलाह भी होती है। अब समझने वाला समझता है यह अलग बात है की डिपेंड करता है कि वो क्या समझते हैं वो उनके ऊपर है पर मेरी इच्छा कि मैं कोई बात कहूं आलोचना करूं, तो साथ में कुछ सलाह भी दूं।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया CM भजनलाल शर्मा पर पलटवार
अशोक गहलोत ने कहा पूरी सरकार तमाम मंत्रिमंडल ही नहीं मुख्यमंत्री सहित दोनों डिप्टी सीएम,तमाम विधायक सत्ता पक्ष ने पूरा राजस्थान खाली कर दिया है। वैसे राजस्थान की स्थिति ऐसी बन गई है यहां हत्याएं हो रही हैं लगातार एक के बाद एक, एफआईआर दर्ज नहीं करते हैं, आत्महत्याएं हो रही हैं इस माहौल में राजस्थान चल रहा है। गर्मी बढ़ने लग गई है तो पानी की किल्लत हो रही है, बिजली की मांग हो रही है, समस्याओं से घिरा हुआ राजस्थान है। मेरे हिसाब से तो,और करप्शन की तो हदें पार हो गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने बीएपी विधायक की गिरफ्तारी के मामले में कहा कि राजस्थान में करप्शन का बड़ा खेल चल रहा है। कोई 10 करोड़ रुपए की रिश्वत दे रहा है। इसके मायने यह है कि वहां पर कितना अवैध खनन हो रहा होगा, सच्चाई क्या है? यह तो एसीबी जाने, लेकिन 10 करोड़ का लेनदेन का सौदा हुआ है। इसका मतलब है कि भ्रष्टाचार की क्या स्थिति राजस्थान में बन रही है। एसीबी को इस मामले में सही जांच करनी चाहिए। अशोक गहलोत ने कहा, प्रदेश में अवैध खनन की बाढ़ आ गई है। राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा को सलाह देते हुए कहाकि मुख्यमंत्री को चाहिए कि शासन पर ध्यान दें। सरकार की स्थिति अच्छी नहीं है।